अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा स्पीकर ने गुरुवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 11 विधायकों को वॉकआउट करने पर एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। तीन दिन के मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्षी पार्टी के विधायकों ने कुछ प्रश्न पूछना चाहते थे, लेकिन स्पीकर शंकर चौधरी ने उनकी मांग खारिज कर दी। इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से वॉकआउट करने लगे। विधायकों के वॉकआउट करने के बाद स्पीकर ने उन सभी को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया।
इससे पहले कांग्रेस नेता अमित चावड़ा और अन्य ने राजकोट अग्निकांड पीडि़तों को न्याय दो, ड्रग्स की समस्याओं पर अंकुश लगाओ और भूमि माफिया के खिलाफ कार्रवाई करो, जैसे नारे लिखी तख्तियां दिखाईं। चावड़ा ने बताया कि पार्टी ने मानसून सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा सचिवालय को 12 अल्पसूचित सौंपे थे, लेकिन उनमें से एक भी प्रश्न पर चर्चा नहीं की गई। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, आज जिन दो पश्नों पर चर्चा की गई वे भाजपा विधायकों के थे। हमें यह तक नहीं बताया गया कि हमारे पश्नों को क्यों नहीं लिया गया। हम भाजपा सरकार और उनके मंत्री से स्पष्टीकरण की मांग करते हैं।
कांग्रेस विधायकों ने किया वॉकआउट
वरिष्ठ कांग्रेस विधायक शेलेष परमार ने दावा किया कि दाहोद में कृषि भूमि की विवादस्पद बिक्री के बारे में पार्टी विधायक गुलाबसिंह चौहान द्वारा पूछे गए सवाल को अंतिम क्षण में खारिज कर दिया गया। स्पीकर ने बताया कि अल्पसंख्यक प्रश्नों को संबंधित मंत्री की सहमति का बाद ही चर्चा के लिए चुना जाएगा। मंत्री बलवंतसिंह राजपूत ने स्पष्ट किया कि चौहान द्वारा उठाया गया मुद्दा विचाराधीन था और इसे कोर्ट के समक्ष इस पर चर्चा करना सही नहीं है। स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं होने पर चावड़ा और अन्य नेताओं ने तख्तियां दिखाना शुरू किया और सदन से वॉकआउट कर गए। कांग्रेस विधायकों के वॉकआउट करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने स्पीकर ने सभी 11 विधायकों को निलंबित करने की अपील की। कांग्रेस विधायक को शेष दिन के लिए निलंबित करने के प्रस्ताव को बहुत ने मंजूरी दे दी। आम आदमी पार्टी के चार विधायकों ने अपनी सहमति नहीं दी। बता दें कि गुजरात विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को समाप्त होने वाला है।