बीजेपी महिला मोर्चा चीफ बोली- सुब्रत पाठक करते हैं शोषण
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ने के बाद अब आंतरिक कलह सामने आने लगी है. कन्नौज के पूर्व सांसग सुब्रत पाठक पर बीजेपी नेता और महिला मोर्चा की अध्यक्ष नेहा त्रिपाठी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. कन्नौज पूर्व सांसद सुब्रत पाठक पर हत्या की सुपारी देने का आरोप लगा है. भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष और प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 22 से जिला पंचायत सदस्य नेहा त्रिपाठी ने आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सुब्रत पाठख उनकी राजनीतिक छवि खराब करने रहे हैं. नेहा त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि गैंगेस्टर अपराधियों से मिलकर सुपारी किलर से पूरे परिवार की हत्या करवाने की धमकी दी गई है. नेहा त्रिपाठी ने कहा कि ये लोग मेरा चारित्रिक, शारीरिक , आर्थिक शोषण करते आ रहे हैं, जो अब नहीं होगा. नेहा त्रिपाठी ने कन्नौज के डीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा अनुपम दुबे और भूमाफिया से नाम जोड़कर राजनीतिक छवि धूमिल करने की साजिश रची जा रही है. महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें व उनके परिवार को कुछ हुआ तो पूर्व सांसद सुब्रत पाठक जिम्मेदार होंगे. छिबरामऊ क्षेत्र के चपुन्ना की रहने वाली हैं भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष के इस आरोप पर समाजवादी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
सपा ने क्या कहा?
सपा के आधिकारिक अकाउंट से लिखा गया- कन्नौज में भाजपा नेता ने पूर्व सांसद सुब्रत पाठक पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, बताया करते हैं शोषण. भाजपा सरकार के संरक्षण में इनके नेता जनता को सिर्फ परेशान करते हैं, जब इनकी पार्टी के लोग प्रताड़ना से नहीं बच सके तो आम जनता का क्या होगा? जो सरकार अपने ही लोगों को न्याय न दिला सके उनसे और क्या उम्मीद की जाए? बेहद शर्मनाक! समाचार लिखे जाने तक कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी. उन्हें इस संदर्भ में संपर्क किया गया हालांकि उनका फोन नहीं मिला. दूसरी ओर कन्नौज के भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया ने बताया की नेहा त्रिपाठी ने जो आरोप लगाए है वह बेबुनियाद है किसी भी पार्टी के नेता को मीडिया में आकर पार्टी के नेता के खिलाफ बोलना नही चाहिए. पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने भ्रष्टाचार की जांच कराने की बात कही थी इसी बात को लेकर नेता त्रिपाठी ने ये सब किया. क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री प्रकाश पाल को पत्र लिखकर कहा गया है कि वह नेता त्रिपाठी के खिलाफ पार्टी अनुशासन हीनता की कार्यवाही की जाए.