दुनिया के आधे से ज्यादा देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध की जद में है. इनमें रूस, उत्तर कोरिया जैसे परमाणु संपन्न देश भी है. परमाणु को सबसे खतरनाक रसानयिक हथियार माना जाता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि 100 परमाणु बम के विस्फोट से पूरी दुनिया खत्म हो सकती है. इसी बीच चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा हेल्थ कवच विकसित किया है, जिससे परमाणु हमले से पीड़ित लोगों को भी बचाया जा सकता है.

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन के वैज्ञानिकों ने चूहे पर एक शोध किया और पाया कि वे जो इलाज तैयार कर रहे हैं, उससे कैंसर और परमाणु अटैक से बचा जा सकता है. दिलचस्प बात है कि चीन ने यह खोज ऐसे वक्त में किया है, जब दुनिया के अधिकांश देश युद्ध में उलझा हुआ है.

परमाणु हमले से कैसे बचा जा सकता है?
गुआंगजौ इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिसिन एंड हेल्थ के एसोसिएट रिसर्च फेलो सन यिरॉन्ग के नेतृत्व में एक शोध किया है, जिसके मुताबिक अगर शरीर से स्टिंग नामक प्रोटीन या इंटरफेरॉन जीन के उत्तेजक को खत्म किया जाता है, तो शरीर परमाणु हमले को भी झेल लेगा.

रिपोर्ट में कहा गया है कि चूहे पर प्रयोग के दौरान देखा गया कि उसके जीने की क्षमता 11 प्रतिशत से बढ़कर 67 प्रतिशत पर पहुंच गई. यानी यह प्रयोग अगर सफल रहता है तो परमाणु हमले को भी शरीर झेल लेगा.

वहीं वैज्ञानिकों ने जिन चूहों से स्टिंग नामक प्रोटीन को खत्म नहीं किया, उसके पेट में दिक्कतें देखी गईं.

वैज्ञानिकों का कहना है कि शरीर में मौजूद स्टिंग प्रोटीन की वजह से मृत्यु कोशिकाएं सक्रिय हो जाती है. अगर इसे खत्म करने का प्रावधान किया गया तो परमाणु हमला बौना साबित हो सकता है.

रेडियोधर्मी विकिरण मौत की बड़ी वजह
अब तक हुए कई शोध में यह पाया गया कि अटैक से तुरंत जो लोग मरते हैं, उतने ही रेडियोधर्मी विकिरण की वजह से भी मरते हैं. हिरोशिमा, नागासाकी से चेर्नोबिल विद्युत संयत्र दुर्घटना के वक्त भी रेडियोधर्मी विकिरण का प्रभाव देखा गया.

यही वजह है कि वैज्ञानिक परमाणु बम को सबसे खतरनाक मानते हैं. वहीं अब चीन के इस हालिया शोध से दुनिया में नई हलचल पैदा हो सकती है.