घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान लगातार दूसरे दिन बिकवाली दिखी। सुबह के सत्र में सेंसेक्स 424.42 अंक गिरकर 79,117.37 पर जबकि निफ्टी 132.7 अंक गिरकर 24,066.65 पर कारोबार करता दिखा। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीता बाजार में खरीदारी लौटी सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर सेंसेक्स 87.79 (0.11%) अंक चढ़कर 79,629.58 अंक पर जबकि निफ्टी 15.06 अंक मजबूत होकर 24,214.40 कारोबार करता दिखा। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ  84.37 के स्तर पर पहुंच गया।

इससे पहले, विदेशी पूंजी की सतत निकासी और रिलायंस इंडस्ट्रीज व आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में कमजोरी के रुख के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि जब तक कॉरपोरेट आय, खपत में तेजी और विदेशी पूंजी प्रवाह के बारे में स्पष्टता नहीं आ जाती, तब तक भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

इस बीच, अमेरिकी फेड ने लगातार दो बैठकों में ब्याज दरों में कटौती की है, क्योंकि मुद्रास्फीति का स्तर संतोषजनक रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि दूसरी ओर भारत को खाद्य मुद्रास्फीति की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विकास की संभावनाएं भी कम हैं। आरबीआई अगले महीने अपनी मौद्रिक नीति बैठक की घोषणा करेगा।

शुरुआती कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 424.42 अंक गिरकर 79,117.37 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई का निफ्टी 132.7 अंक गिरकर 24,066.65 अंक पर आ गया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाटा मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, मारुति, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही। बढ़त वाले शेयरों में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल थे।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,888.77 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "बाजार में अब दो अलग-अलग रुझान स्पष्ट हैं: एक, अमेरिका के नेतृत्व में वैश्विक बाजार में मजबूती और दूसरा, भारतीय बाजार में कमजोरी। भारतीय बाजार में कमजोरी का मुख्य कारण एफआईआई द्वारा की जा रही लगातार बिकवाली है, जो इस महीने भी जारी है।"

एशियाई बाजारों में सियोल और टोक्यो सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे, जबकि शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट गुरुवार को अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुआ। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पहले की गई ब्याज दरों में कटौती के बाद अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 4.50 प्रतिशत-4.75 प्रतिशत कर दिया है। इस बीच, एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच निफ्टी में सीमित उतार-चढ़ाव देखने को मिला।"

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.71 प्रतिशत घटकर 75.09 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 836.34 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 79,541.79 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 284.70 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 24,199.35 अंक पर बंद हुआ था।