नई दिल्ली । कर्नाटक में क्या मुख्यमंत्री को बदला जाएगा, यह ऐसा सवाल है जो कांग्रेस सरकार के गठन के साथ ही कर्नाटक के सियासी गलियारों में चर्चाओं में है। एक बार फिर से इस सवाल पर खूब चर्चा हो रही है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर विपक्ष कई बड़े और गंभीर आरोप लगा रहा है। इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वह पार्टी आलाकमान और विधायकों के फैसले का पालन करुंगा। सीएम ने अपने गृहनगर मैसूरु में यह बात कही।  
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता आरवी देशपांडे के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त देकर कहा कि मुख्यमंत्री कैसे बनेगा? इस संबंध में पार्टी विधायक और आलाकमान को फैसला करना हैं, वे जो भी निर्णय लेते हैं, उसका पालन करुंगा। जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि इतने लंबे समय के बाद वह कैसे तरोताजा दिख रहे हैं, जबकि बीजेपी दावा कर रही थी कि वह मुद्रा मामले के मद्देनजर सुस्त दिख रहे हैं, तब सिद्धारमैया ने हंसते हुए कहा, विपक्ष ने इस मामले में झूठ बोला है। अगर उनका झूठ साबित नहीं हुआ है, यह उनके लिए मुश्किल होने वाला है। मैंने झूठ नहीं बोला है, न ही गलत बयान जारी किया है और न ही कोई गलती की है। कांग्रेस सरकार द्वारा न्यायिक आयोग की कोविड पर एक रिपोर्ट को कथित तौर पर बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल करने के सवाल पर सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि इस संबंध में सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट गुरुवार को कैबिनेट के सामने रखी जाएगी। भाजपा सांसद और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने दावा किया है कि इस रिपोर्ट का इस्तेमाल कांग्रेस द्वारा राजनीतिक हथियार के रूप में किया जा रहा है।